अगले ही हफ्ते २८ मार्च २०१७ को चैत्र शु ० प्रतिपदा "गुडी पाडवा "है । नया वर्ष, नवीन संवत्सर का प्रारम्भ । जो जानते है और मानते हैं वे सभी इसका स्वागत करेंगे ही । मेरा भी वही एक प्रयास काव्य के माध्यमसे ---- ---नववर्षाभिनंदन---
इस धरती को करदे नंदन,
नया वर्ष तेरा अभिनन्दन ।
नयी ज्योतिदे शुभद कामना
हो प्रशस्तपथ राष्ट्र चिंतना ।
अरुणोदय का हो अभिवंदन
नया वर्ष तेरा अभिनन्दन ।
अंधकार को हर हरि मन के
हर्षित कर हर क्षण जीवन के
टूटे कोई अब ना कंगन
नया वर्ष तेरा अभिनन्दन ।
प्रेम भरा हो जन का जीवन
रहे अखण्ड सदा निराञ्जन
तन-मन महक उठे बन चन्दन
नया वर्ष तेरा अभिनन्दन । ।
***** वासुदेव चिं० महाडकर
No comments:
Post a Comment