एको देवः सर्वभूतेषु गूढःसर्वव्यापी सर्वभूतान्तरात्मा ।
कर्माध्यक्षः सर्वभूताधिवासः साक्षी चेता केवलो निर्गुणश्च ।।
एकही ईश्वर सभीप्राणियों में छुपा हुआ है। सर्वव्यापि और सभी प्राणियों में अंतर्यामि परमात्मा है ।
वही सभी कर्मका अधिष्ठाता, सभी भूतोंका निवास स्थान, सभीका साक्षी, चेतनस्वरुप , सम्पूर्णरुपसे विशुद्ध
एवं गुणातीत है।।
No comments:
Post a Comment